भारत की शीर्ष 10 ट्रैक्टर कंपनियां (2025) | टॉप ब्रांड्स और बेहतरीन मॉडल्स

द्वारा: TractorFarming  |  29-06-2025  |   Read in English

ब्लॉग थंबनेल

परिचय

ट्रैक्टर भारतीय कृषि की रीढ़ हैं, जो जुताई, बुवाई और कटाई का मशीनीकरण करके खेत की उत्पादकता में क्रांति ला रहे हैं। भारत की आधी से अधिक आबादी खेती पर निर्भर करती है, ट्रैक्टर छोटे-बड़े दोनों खेतों को दक्षता और शक्ति प्रदान करते हैं। भारत दुनिया में ट्रैक्टरों का सबसे बड़ा निर्यातक है और वैश्विक स्तर पर बेचे जाने वाले ट्रैक्टरों का लगभग एक-तिहाई उत्पादन करता है। महिंद्रा, सोनालिका और स्वराज जैसी घरेलू ट्रैक्टर कंपनियाँ घरेलू बाजार पर हावी हैं, जबकि जॉन डीरे और न्यू हॉलैंड जैसे अंतरराष्ट्रीय ब्रांड कड़ी प्रतिस्पर्धा करते हैं। पैदावार बढ़ाकर और शारीरिक श्रम कम करके ट्रैक्टर किसानों के लिए अनिवार्य हो गए हैं।

1. महिंद्रा एंड महिंद्रा

  • उत्पत्ति का देश: भारत।
  • स्थापित / पहला ट्रैक्टर: 1947 में स्थापित; 1963 में अपना पहला ट्रैक्टर (महिंद्रा बी-275) लॉन्च किया।
  • भारत में बेचे गए ट्रैक्टर (वित्त वर्ष 2024-25): 2,08,085 यूनिट।
  • वैश्विक बिक्री (वित्त वर्ष 2024-25): 4,24,641 यूनिट (भारत + निर्यात)।
  • HP रेंज: 15–74 HP।
  • मुख्य विशेषताएं: महिंद्रा ट्रैक्टर मजबूत डायरेक्ट-इंजीन डीजल इंजन, विस्तृत ऑपरेटिंग रेंज, ईंधन दक्षता और मजबूत 4WD क्षमताओं के लिए जाने जाते हैं। वे बहुमुखी प्रतिभा बढ़ाने वाली मल्टीस्पीड पावर टेक-ऑफ (PTO) और उच्च हाइड्रोलिक लिफ्ट जैसी उन्नत सुविधाएँ प्रदान करते हैं।
  • शीर्ष मॉडल: लोकप्रिय मॉडलों में महिंद्रा 575 डीआई एक्सपी प्लस, महिंद्रा 475 डीआई और महिंद्रा 585 डीआई शामिल हैं। ये प्रमुख मॉडल विश्वसनीयता और पुनर्विक्रय मूल्य के लिए सराहे जाते हैं।

महिंद्रा एंड महिंद्रा मात्रा के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी ट्रैक्टर निर्माता है। इसके ट्रैक्टर छोटे 15 HP उपयोगिता मॉडल से लेकर भारी-भरकम 74 HP मशीनों तक भारतीय खेतों पर हावी हैं। कंपनी आधुनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए लगातार प्रौद्योगिकी (जैसे डिजीटल डैशबोर्ड और जलवायु-नियंत्रित केबिन) का उन्नयन करती है।

2. स्वराज ट्रैक्टर

  • उत्पत्ति का देश: भारत।
  • स्थापित / पहला ट्रैक्टर: 1974 में स्थापित (पंजाब ट्रैक्टर्स लिमिटेड के रूप में), 1974 में अपना पहला मॉडल स्वराज 724 (26.5 HP) लॉन्च किया।
  • भारत में बेचे गए ट्रैक्टर (वित्त वर्ष 2024-25): 1,65,539 यूनिट।
  • वैश्विक बिक्री: मुख्य रूप से घरेलू बाजार में अग्रणी (निर्यात न्यूनतम हैं)। यह हर साल भारत में 100,000 से अधिक स्वराज ट्रैक्टर बेचता है।
  • HP रेंज: 15–65 HP।
  • मुख्य विशेषताएं: स्वराज ट्रैक्टरों में मजबूत डीआई इंजन, उपयोग में आसान ट्रांसमिशन और कम रखरखाव वाला डिज़ाइन होता है। कई मॉडल बागानों के लिए संकीर्ण-चौड़ाई विकल्प और एक अत्यधिक कुशल हाइड्रोलिक प्रणाली के साथ आते हैं। वे ईंधन दक्षता के लिए एक अद्वितीय "स्प्रे-सेवर" पीटीओ मोड भी प्रदान करते हैं।
  • शीर्ष मॉडल: आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले मॉडलों में स्वराज 744 एफई (50 HP), स्वराज 855 एफई (55 HP) और स्वराज 963 एफई (60 HP) शामिल हैं। स्वराज 724 एक्सएम (25 HP) और 735 एफई (35 HP) विशेष खंडों में लोकप्रिय हैं।

स्वराज, जो अब महिंद्रा का हिस्सा है, की पंजाब और उत्तरी भारत में एक मजबूत ब्रांड विरासत है। इसके ट्रैक्टर स्थायित्व और बिक्री के बाद के समर्थन के लिए सराहे जाते हैं। वे अक्सर कुल बिक्री में महिंद्रा मॉडल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रतिस्पर्धा करते हैं।

3. सोनालिका (इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड)

  • उत्पत्ति का देश: भारत।
  • स्थापित / पहला ट्रैक्टर: 1995 में स्थापित; 1996 में अपना पहला सोनालिका ट्रैक्टर बेचना शुरू किया।
  • भारत में बेचे गए ट्रैक्टर (वित्त वर्ष 2024-25): 1,15,193 यूनिट।
  • वैश्विक बिक्री: वित्त वर्ष 2024-25 में दुनिया भर में 1,53,764 यूनिट। सोनालिका एक प्रमुख निर्यातक है, जो 150 से अधिक देशों में सक्रिय है।
  • HP रेंज: 20–120 HP
  • मुख्य विशेषताएं: सोनालिका ट्रैक्टर आधुनिक सीआरडीआई डीजल इंजन, इलेक्ट्रॉनिक हाइड्रोलिक नियंत्रण और विशाल केबिन के लिए जाने जाते हैं। 5जी हाइड्रोलिक लिफ्ट, मल्टीस्पीड ट्रांसमिशन और वैकल्पिक एयर-कंडीशन्ड केबिन (वर्ल्डट्रैक एसी सीरीज़) जैसी सुविधाएँ आराम और उत्पादकता बढ़ाती हैं।
  • शीर्ष मॉडल: प्रमुख मॉडलों में सोनालिका डीआई 745 III आरएक्स सिकंदर (50 HP), डीआई 750 III सिकंदर (55 HP) और भारी-भरकम सोनालिका वर्ल्डट्रैक 90 (88 HP एसी केबिन) शामिल हैं। सोनालिका डीआई 35 और डीआई 750 सीरीज़ भारत के सबसे अधिक बिकने वाले मॉडलों में से हैं।

4. मैसी फर्ग्यूसन – टैफे इंडिया द्वारा

  • उत्पत्ति का देश: यूएसए (ब्रांड; मूल एजीसीओ कॉर्पोरेशन)।
  • स्थापित / पहला ट्रैक्टर: मैसी फर्ग्यूसन 1953 में गठित (मैसी-हैरिस और फर्ग्यूसन के विलय से)। पहले एमएफ-ब्रांडेड ट्रैक्टर 1950 के दशक में सामने आए। टैफे (भारत) ने 1960 में स्थानीय उत्पादन शुरू करने के लिए एमएफ के साथ भागीदारी की।
  • भारत में बेचे गए ट्रैक्टर (वित्त वर्ष 2024-25): 99,286 यूनिट (टैफे पोर्टफोलियो में मैसी ब्रांड के अनुसार)।
  • वैश्विक बिक्री: एजीसीओ (मैसी फर्ग्यूसन की मूल कंपनी) दुनिया भर में लाखों ट्रैक्टर बेचती है (जैसे 2014-15 में वैश्विक स्तर पर 180,000 ट्रैक्टर)।
  • HP रेंज: 20–75 HP।
  • मुख्य विशेषताएं: मैसी फर्ग्यूसन ट्रैक्टर (भारत में टैफे द्वारा निर्मित) मजबूत 3-सिलेंडर इंजन, पोर्टल गियरबॉक्स (गियर-चालित फ्रंट एक्सल) और आरामदायक सीटिंग के लिए जाने जाते हैं। कई मॉडल ताकत के लिए पेटेंटेड "प्लेनेटरी प्लस" गियरबॉक्स का उपयोग करते हैं। नवीनतम मॉडलों में मल्टी-स्पीड पीटीओ, थ्रॉटल रिस्पांस कंट्रोल और तेजी से उपकरण प्रतिक्रिया के लिए एमएफडी हाइड्रोलिक पंप शामिल हैं।
  • शीर्ष मॉडल: लोकप्रिय मॉडल मैसी फर्ग्यूसन 1035 डीआई (35 HP), मैसी फर्ग्यूसन 241 डीआई महाशक्ति (42 HP) और मैसी फर्ग्यूसन 245 डीआई प्लेनेटरी प्लस (45 HP) हैं। मैसी 7250 डीआई पावर प्लस (50 HP) हाल ही में सबसे अधिक बिकने वाला है।

मैसी फर्ग्यूसन (टैफे) का भारत में 1960 से लंबा इतिहास रहा है। इसकी रेंज उपयोगिता से लेकर उच्च-हॉर्सपावर मॉडल तक फैली हुई है। टैफे-एमएफ गठबंधन वैश्विक तकनीक और भारतीय अनुकूलन का मिश्रण प्रदान करता है।

5. एस्कॉर्ट्स कुबोटा

  • उत्पत्ति का देश: भारत-जापान (संयुक्त उद्यम; एस्कॉर्ट्स इंडिया लिमिटेड और कुबोटा कॉर्पोरेशन जापान)।
  • स्थापित / पहला ट्रैक्टर: एस्कॉर्ट्स की स्थापना 1944 में हुई थी; पहला कृषि ट्रैक्टर (फोर्ड-ट्रैक्टर लाइसेंस प्राप्त) 1960 के आसपास लॉन्च किया गया था। (एस्कॉर्ट्स ने 1960 में ट्रैक्टर उत्पादन शुरू किया; 2020 में जापान के कुबोटा के साथ मिलकर एस्कॉर्ट्स कुबोटा लिमिटेड बनाया)।
  • भारत में बेचे गए ट्रैक्टर (वित्त वर्ष 2024-25): 87,624 यूनिट।
  • वैश्विक बिक्री: कुबोटा एक अग्रणी वैश्विक ट्रैक्टर निर्माता है, जो सालाना दुनिया भर में लगभग 120,000 ट्रैक्टर बेचता है (एशिया, यूरोप, अमेरिका सहित)। एस्कॉर्ट्स की ऐतिहासिक बिक्री उत्तरी भारत में प्रमुख थी।
  • HP रेंज: 22–80 HP।
  • मुख्य विशेषताएं: एस्कॉर्ट्स कुबोटा ट्रैक्टर (पहले एस्कॉर्ट्स फार्मट्रैक/पावरट्रैक) उन्नत हाइड्रोलिक्स और भारी-भरकम निर्माण पर जोर देते हैं। उल्लेखनीय विशेषताओं में एक सीलबंद-फॉर-लाइफ फ्रंट एक्सल, 5 साल की इंजन वारंटी और सुचारू जुड़ाव के लिए वैकल्पिक डुअल-क्लच सिस्टम शामिल हैं। कुबोटा तकनीक उच्च ईंधन दक्षता और आरामदायक केबिन लाती है।
  • शीर्ष मॉडल: फार्मट्रैक 60 पावरमैक्स (55 HP), फार्मट्रैक 45 चैंपियन (45 HP) और पावरट्रैक यूरो 52 (52 HP) शीर्ष विक्रेताओं में से हैं। एस्कॉर्ट्स कुबोटा बागानों के लिए कुबोटा एम सीरीज जैसे विशेष मॉडल भी बेचता है।

एस्कॉर्ट्स का भारत में 1960 के दशक से ट्रैक्टरों का अग्रणी होने का एक लंबा इतिहास रहा है। नया एस्कॉर्ट्स कुबोटा उद्यम आर एंड डी को मजबूत करने और पेशकशों का विस्तार करने का लक्ष्य रखता है।

6. जॉन डीरे इंडिया

  • उत्पत्ति का देश: यूएसए (डीरे एंड कंपनी, जॉन डीरे द्वारा स्थापित)।
  • स्थापित / पहला ट्रैक्टर: डीरे एंड कंपनी की स्थापना 1837 में हुई थी; 1918 में अपना पहला गैसोलीन ट्रैक्टर (वाटरलू बॉय) पेश किया। इसकी भारतीय सहायक कंपनी बाद में स्थापित की गई थी (पहला भारतीय-निर्मित जॉन डीरे ट्रैक्टर 1990 के दशक में आया था)।
  • भारत में बेचे गए ट्रैक्टर (वित्त वर्ष 2024-25): 66,752 यूनिट।
  • वैश्विक बिक्री: जॉन डीरे एक वैश्विक दिग्गज है - सालाना दुनिया भर में लगभग 100,000+ ट्रैक्टर बेचता है (2024 में मशीनरी में शुद्ध बिक्री ~$52B)।
  • HP रेंज: 28–74 HP।
  • मुख्य विशेषताएं: जॉन डीरे ट्रैक्टर उत्सर्जन के लिए सिलेक्टिव कैटेलिटिक रिडक्शन (SCR), टॉप-शाफ्ट लुब्रिकेशन और प्रीमियम केबिन आराम जैसी अत्याधुनिक तकनीक के लिए जाने जाते हैं। वे कुशल 4-सिलेंडर पावरटेक इंजन, हाइड्रोस्टैटिक स्टीयरिंग और आधुनिक डैशबोर्ड का उपयोग करते हैं।
  • शीर्ष मॉडल: लोकप्रिय मॉडलों में जॉन डीरे 5310 पावरटेक (57 HP), जॉन डीरे 5050 4WD (50 HP) और जॉन डीरे 5405 (63 HP) शामिल हैं। ये मॉडल अपनी विश्वसनीयता और ईंधन दक्षता के लिए प्रगतिशील किसानों द्वारा व्यापक रूप से उपयोग किए जाते हैं।

जॉन डीरे के ट्रैक्टर प्रीमियम माने जाते हैं, अक्सर उच्च-स्तरीय अनुप्रयोगों के लिए चुने जाते हैं। इसके भारतीय कारखाने (होशियारपुर, सानंद) एशिया और अफ्रीका को भी निर्यात करते हैं।

7. आइशर ट्रैक्टर

  • उत्पत्ति का देश: भारत (मूल रूप से आइशर इंडिया, अब टैफे के स्वामित्व में)।
  • स्थापित / पहला ट्रैक्टर: आइशर लिमिटेड (इंडिया) ने 1949 में इंजन निर्माण शुरू किया; 1960 के दशक के आसपास लाइसेंस के तहत पहला ट्रैक्टर (आइशर 135) पेश किया। (टैफे ने 2005 में आइशर के संचालन का अधिग्रहण किया।)
  • भारत में बेचे गए ट्रैक्टर (वित्त वर्ष 2024-25): 57,213 यूनिट।
  • वैश्विक बिक्री: छोटी वैश्विक उपस्थिति; मुख्य रूप से भारत की सेवा करता है (टैफे के एमएफ/आइशर पोर्टफोलियो का हिस्सा)।
  • HP रेंज: 18–60 HP।
  • मुख्य विशेषताएं: आइशर ट्रैक्टर सादगी और शक्ति को जोड़ते हैं। उनमें आमतौर पर एक क्लासिक यांत्रिक डिज़ाइन होता है, जिसमें भारी-भरकम क्लच और गियरबॉक्स कठिन खेत की स्थितियों के लिए उपयुक्त होते हैं। हाल ही में Prima G3 सीरीज में रैपराउंड हेड लैंप और विस्तारित व्हीलबेस जैसी सुविधाएँ जोड़ी गई हैं।
  • शीर्ष मॉडल: उल्लेखनीय मॉडलों में आइशर 380 सुपर प्लस (40 HP), आइशर 551 Prima G3 (50 HP) और आइशर 333 सुपर प्लस (36 HP) शामिल हैं। ये मॉडल भारतीय मिट्टी में कम रखरखाव और अच्छी कर्षण क्षमता प्रदान करते हैं।

आइशर विश्वसनीयता और लागत-दक्षता पर केंद्रित एक विशिष्ट खिलाड़ी बना हुआ है।

8. न्यू हॉलैंड – सीएनएच इंडस्ट्रियल इंडिया

  • उत्पत्ति का देश: इटली/यूएसए (सीएनएच इंडस्ट्रियल का ब्रांड; न्यू हॉलैंड की उत्पत्ति 1895 में यूएसए में हुई, अब डच-स्वामित्व वाली बहुराष्ट्रीय)।
  • स्थापित / पहला ट्रैक्टर: न्यू हॉलैंड की स्थापना 1895 में हुई थी; 1960 के दशक में अपना पहला आधुनिक ट्रैक्टर लॉन्च किया। भारतीय सहायक कंपनी (पहले फोर्ड न्यू हॉलैंड) की जड़ें 1960 के दशक में हैं; फोर्ड द्वारा अपने ट्रैक्टर व्यवसाय को विनिवेश करने के बाद सीएनएच इंडिया का गठन हुआ।
  • भारत में बेचे गए ट्रैक्टर (वित्त वर्ष 2024-25): 35,283 यूनिट।
  • वैश्विक बिक्री: सीएनएच इंडस्ट्रियल वैश्विक स्तर पर 150,000 से अधिक ट्रैक्टर बेचता है (केस आईएच और न्यू हॉलैंड ब्रांड सहित)।
  • HP रेंज: ~35–75 HP (लोकप्रिय एनएक्स और टीएक्स सीरीज, जिसमें एनएच 3630 जैसे कुछ मॉडल 49 HP से लेकर एनएच 5630 तक 75 HP तक हैं)।
  • मुख्य विशेषताएं: न्यू हॉलैंड ट्रैक्टर अक्सर एफपीटी (एफआईएटी पावरट्रेन) इंजन, सेंसोमैटिक स्टेप-लेस ट्रांसमिशन (उच्च मॉडल में सीवीटी) और धान की खेती के लिए विशेष धान गियरबॉक्स को शामिल करते हैं। भारत में मॉडल अच्छी वारंटी (6 साल मानक) और आरामदायक आरओपीएस केबिन के साथ भी आते हैं।
  • शीर्ष मॉडल: लोकप्रिय न्यू हॉलैंड 3630 टीएक्स (49 HP), न्यू हॉलैंड 5620 टीएक्स (65 HP) और न्यू हॉलैंड 5630 टीएक्स (75 HP) हैं। इनका उपयोग सामान्य खेती और गन्ना/धान जैसी नकदी फसलों दोनों के लिए किया जाता है।

भारत में न्यू हॉलैंड प्रगतिशील किसानों और कॉर्पोरेट खेती परियोजनाओं को आकर्षित करता है।

9. कुबोटा इंडिया

  • उत्पत्ति का देश: जापान।
  • स्थापित / पहला ट्रैक्टर: कुबोटा कॉर्पोरेशन की स्थापना 1890 में हुई थी; जापान में इसका पहला कृषि ट्रैक्टर (कुबोटा टी20) 1947 में लॉन्च हुआ। कुबोटा ने 1994 में अपनी भारतीय सहायक कंपनी स्थापित की।
  • भारत में बेचे गए ट्रैक्टर (वित्त वर्ष 2024-25): 15,026 यूनिट।
  • वैश्विक बिक्री: कुबोटा मात्रा के हिसाब से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ट्रैक्टर निर्माता है, जो प्रति वर्ष दुनिया भर में लगभग 120,000 ट्रैक्टर बेचता है।
  • HP रेंज: 24–87 HP (कुबोटा इंडिया मिनी-ट्रैक्टर के साथ-साथ मध्यम आकार के 50-60 HP तक भी प्रदान करता है; उल्लेखनीय मॉडल M9540 50+ HP है)।
  • मुख्य विशेषताएं: कुबोटा ट्रैक्टर छोटे ट्रैक्टरों में भी उन्नत तकनीक के लिए जाने जाते हैं: हाइड्रोस्टैटिक स्टीयरिंग, हाइड्रोस्टैटिक ट्रांसमिशन (कुछ मॉडलों में), मजबूत पानी-कूल्ड इंजन और उत्कृष्ट विश्वसनीयता। वैकल्पिक सुविधाओं में डुअल-रेंज सीवीटी ट्रांसमिशन (बड़ी श्रृंखला में) और आराम के लिए पैडेड सीटें शामिल हैं।
  • शीर्ष मॉडल: कुबोटा एम5040 (51 HP), कुबोटा एमयू4502 (47 HP) और मिनी-ट्रैक्टर कुबोटा जेएमए (22 HP) अच्छी तरह से ज्ञात हैं। कुबोटा उपयोगिता वाहन और उपकरण भी व्यापक रूप से बेचता है।

कुबोटा इंडिया गुणवत्ता और निर्यात पर केंद्रित है (यह कुछ भारतीय-निर्मित मॉडल भी निर्यात करता है)।

10. कैप्टन ट्रैक्टर्स

  • उत्पत्ति का देश: भारत।
  • स्थापित / पहला ट्रैक्टर: छोटे बहुउद्देश्यीय ट्रैक्टर बनाने के लिए 1994 में स्थापित; पहले मॉडल 1990 के दशक के अंत में लॉन्च किए गए।
  • भारत में बेचे गए ट्रैक्टर (वित्त वर्ष 2024-25): 3,557 यूनिट।
  • वैश्विक बिक्री: मुख्य रूप से घरेलू विशिष्ट बाजार; न्यूनतम निर्यात करता है।
  • HP रेंज: 20–28 HP।
  • मुख्य विशेषताएं: कैप्टन छोटे खेतों और बागानों के काम के लिए मिनी ट्रैक्टरों (30 HP से कम) में माहिर है। विशेषताओं में ईंधन-कुशल इंजन, स्लाइडिंग-मेश गियरबॉक्स और वैकल्पिक 4WD शामिल हैं। वे अच्छी ईंधन अर्थव्यवस्था और कम रखरखाव के साथ कम लागत वाली यांत्रिक सादगी प्रदान करते हैं।
  • शीर्ष मॉडल: कैप्टन 200 डीआई (20 HP), कैप्टन 275 डीआई (25 HP) और कैप्टन 280 डीएक्स (28 HP) उनके प्रमुख मिनी-ट्रैक्टरों में से हैं।

कैप्टन ट्रैक्टर्स गुजरात में एक छोटी पारिवारिक स्वामित्व वाली कंपनी है, जो लागत-सचेत किसानों पर ध्यान केंद्रित करती है।

तुलना तालिका

कंपनी उत्पत्ति स्थापित पहला ट्रैक्टर HP रेंज भारत में बिक्री (2024-25) वैश्विक बिक्री (2024-25)
महिंद्रा एंड महिंद्रा भारत 1947 महिंद्रा बी-275 (1963) 15 - 74 2,08,085 4,24,641
स्वराज भारत 1974 स्वराज-724 (1974) 15 - 65 1,65,539 घरेलू
सोनालिका (ITL) भारत 1995 1996 20 - 120 1,15,193 1,53,764
मैसी फर्ग्यूसन (TAFE) यूएसए / भारत MF-1953 / TAFE-1960 1960 20 - 75 99,286 1,80,000
एस्कॉर्ट्स कुबोटा भारत / जापान 1994 जेवी 2020 15 - 80 87,624 1,20,000 (कुबोटा)
जॉन डीरे यूएसए 1837 वाटरलू बॉय - 1918 28 - 74 66,752 1,00,000
आइशर भारत 1949 एन/ए 18 - 60 57,213 एन/ए
न्यू हॉलैंड (CNH) यूएसए / यूरोप 1895 एन/ए 18 - 75 35,283 1,50,000+
कुबोटा इंडिया जापान 1890 (भारत - 1960) एन/ए 18 - 87 15,026 1,20,000
कैप्टन ट्रैक्टर्स भारत 1994 एन/ए 20 - 28 3,557 एन/ए

निष्कर्ष

भारतीय किसानों की ट्रैक्टरों की विविध आवश्यकताएँ हैं – छोटे 20 HP मशीनों से लेकर शक्तिशाली 75+ HP कार्यhorses तक। अग्रणी भारतीय ब्रांड (महिंद्रा, स्वराज, सोनालिका) स्वदेशी तकनीक, उच्च स्थानीय समर्थन और प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण के साथ लगभग हर सेगमेंट को कवर करते हैं। जॉन डीरे और कुबोटा जैसे वैश्विक ब्रांड अत्याधुनिक सुविधाएँ और केबिन लाते हैं, जबकि जापानी इंजीनियरिंग कॉम्पैक्ट ट्रैक्टरों में मूल्य जोड़ती है। अंततः, किसानों को भूमि के आकार, आवश्यक शक्ति (HP), और बिक्री के बाद के नेटवर्क के आधार पर ट्रैक्टर चुनना चाहिए।

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